वॉयस ऑफ़ ए टू जेड न्यूज़:-बेहमई सामूहिक नरसंहार के मुकदमें में सोमवार को एक बार फिर से...
बेहमई सामूहिक नरसंहार के मुकदमें में सोमवार को एक बार फिर से तारीख बढ़ गई। स्पेशल जज डकैती कोर्ट खाली होने के कारण बचाव पक्ष की बहस नहीं हो सकी।
मुकदमें के दो आरेापित कोर्ट में हाजिर रहे, जबकि जेल में निरुद्ध आरोपित को बीमारी के चलते पेश नहीं किया गया। अब मामले में बहस के लिए 19 अप्रैल की तारीख मुकर्रर की गई है।
बेहमई गांव में 14 फरवरी 1981 को दस्यु फूलन के गिरोह ने बीस लोगांे को मौत के घाट उतार दिया था। जबकि गोली लगने से सात लोग घायल भी हुए थे।
इस मुकदमें में कानूनी दांव पेंच के चलते पिछले दो साल से फैसला टल रहा है। इसमें अभियोजन की ओर से बहस की जा चुकी है,
जबकि बचाव पक्ष के अधिवक्ता गिरीश नारायण दुबे की बहस जारी है। सोमवार को कोर्ट खाली होने के कारण मामले में बहस एक बार फिर से टल गई।
कोर्ट में आरोपित श्याम बाबू व विश्वनाथ हाजिर हुए, जबकि बीमार होने के कारण तीसरा आरोपित पोसा जेल से कोर्ट में नहीं लाया जा सका।
डीजीसी राजू पोरवाल ने बताया कि अब 19 अप्रैल को मामले में बचाव पक्ष की बहस की तारीख मुकर्रर की गई है।